उठो साथियों समय नहीं है
उठो साथियों समय नहीं है शोभा और श्रृंगार का,
आज चुकाना ऋण है सबको परमप्रभु जी के प्यार का ।। टेक।।
जान हथेली पर ले कर के चलना है मैदान में,
फर्क नहीं आने देना है प्रभु जी के शान में ।
सत्य के पीछे मर मिट जाना धर्म यही इन्सान का (आज चुकाना .. . . . . . ..)
अत्याचार अनीति झूठ पाखण्डी जनों से लड़ना है,
दैहिक दैविक भौतिक कष्ट को धीरज पूर्वक सहना है ।
टूट पड़ो मैदान जंग में खड़ग सम्भाले ज्ञान का (आज चुकाना .. . . . . . ..)
प्रभु सेवा सिद्धान्त का पालन करो सभी जी जान से,
मौत का संकट राह में आये डरो नहीं तूफान से ।
कभी न भूलें याद करें हम प्रभु जी के एहसान को (आज चुकाना .. . . . . . . )
ज्ञान क्रान्ति का बजा बिगुल बन्दर अंगद हनुमान बनो,
पाँचजन्य श्री कृष्ण का बोला, वीर अर्जुन बलवान बनो ।
ग्रन्थ पुराण करें सब चर्चा प्रभु सेवक वीर महान का (आज चुकाना .. . . ...)
व्रत ले पीछे जो हटता है कायर हिजड़ा कहलाता है,
जाहिल बुझदिल कहें लोग वो घोर नरक में जाता है,
शपथ साथियों हम सबको है प्रभु मनमोहन सरकार का (आज चुकाना .. . . ...)